दिनांक 21 फरवरी 2025 को हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग एवं साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद्, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मेरठ में डॉ॰ हरिओम पवार, श्री ईश्वर चन्द गंभीर, श्री सत्यपाल सत्यम, श्री सुमनेश सुमन, श्री ओंकार गुलशन, श्री रामतक्षक, श्रीमती तुषा शर्मा ने काव्य पाठ किया। गोष्ठी की विशिष्ट अतिथि डॉ॰ हरिओम पंवार रहे।
सुश्री तुषा शर्मा ने सरस्वती वंदना की।
श्री रामातक्षक की कविता - मैं भारत का राजदूत, मैं पत्थर इसी इमारत का सुनाई।
श्री सुमनेश सुमन की कविता - हमारी राह में भी नफरतों के मोड़ आए हैं, फिर भी मुहब्बत की निशानी छोड़ आए हैं।
कवि गोष्ठी का संचालन सुमनेश सुमन ने किया।
इस अवसर पर डॉ॰ यज्ञेश कुमार, डॉ॰ आरती राणा, डॉ॰ प्रवीण कटारिया, डॉ॰ अंजू, डॉ॰ विद्यासागर सिंह, डॉ॰ योगेन्द्र सिंह, विनय, पूजा, रेखा, सचिन, अरशदा, एकता, आयूषी, मोनिका, विक्रांत, शिवा, साजिद आदि उपस्थित रहे।
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