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Thursday, July 5, 2012

अपने कार्य के प्रति निष्ठा तथा पूर्ण ईमानदारी का पालन करने वाला व्यक्ति सदैव आगे जाता है : प्रो0 आर0 एस0 अग्रवाल

इतिहास विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष कला प्रो0 आर0 एस0 अग्रवाल के सेवानिवृति के मौके पर हिन्दी विभाग में विदाई समारोह का आयोजन किया गया।
विदाई समारोह में हिन्दी विभाग के अध्यक्ष प्रो0 नवीन चन्द्र लोहनी ने पुष्प गुच्छ भेंट कर प्रो0 आर0 एस0 अग्रवाल का स्वागत किया और कहा कि प्रो0 अग्रवाल द्वारा विष्वविद्यालय को दिए गए शैक्षिक अवदान को सदैव स्मरण किया जाएगा। प्रो0 लोहनी ने बताया कि फरवरी 2012 से 20 जून 2012 तक स्विटजरलैंड के लुसान विवविद्यालय में प्रतिनियुक्ति के दौरान प्रो0 अग्रवाल ने कला संकायाध्यक्ष के नाते हिन्दी विभाग के अध्यक्ष का कार्यभार भी बड़ी कुशलता से संभाला। मैं विभाग के सभी शिक्षक साथियों, कर्मचारियों तथा छात्र-छात्राओं की ओर से पुनः हार्दिक धन्यवाद व्यक्त करता हूँ। प्रो0 लोहनी ने कहा कि एक शिक्षक की भूमिका में प्रो0 अग्रवाल अपने विषय के पूर्ण ज्ञाता, कुशल, कर्मठ तथा अपने कार्य के प्रति समर्पित व्यक्ति हैं।
इस अवसर पर विष्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक अतुल कुमार सिंह ने कहा कि प्रो0 आर0 एस0 अग्रवाल की ख्याति देश   ही नहीं विदेषों में भी वरिष्ठ इतिहास विद् की है। प्रो0 अग्रवाल के रचनात्मक व्यक्तित्व के कारण ही विष्वविद्यालय परिसर में अषोक स्तम्भ तथा इतिहास विभाग में राष्ट्रीय महत्व का संग्रहालय स्थापित हो सका। श्री सिंह ने कहा कि मैं अपेक्षा करता हूँ कि विष्वविद्यालय को प्रो0 आर0 एस0 अग्रवाल के ऐतिहासिक ज्ञान तथा अनुभव का लाभ भविष्य में भी मिलता रहेगा।
हिन्दी विभाग की षिक्षण सहायक डाॅ0 सीमा शर्मा ने प्रो0 आर0 एस0 अग्रवाल के विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रो0 अग्रवाल एक कुशल संकायाध्यक्ष तथा अपने विषय के विषद ज्ञानी के रूप में सदैव छात्र-छात्राओं के बीच में जाने जाते रहेगें। 
हिन्दी विभाग के शोध छात्र मोनू सिंह ने कहा कि मैं आर0 एस0 अग्रवाल जैसे व्यक्तित्व के लिए सेवानिवृत तथा विदाई जैसे शब्द का प्रयोग करने से संकोच करूंगा क्योंकि ऐसे व्यक्तित्व एक स्थान से अलग होने के बाद भी समाज की मुख्य धारा से जुड़कर अपना सामाजिक अवदान इस समष्टि को देते रहेंगे। इस अवसर पर प्रो0 आर0 एस0 अग्रवाल ने कहा कि 41 वर्ष की सेवा अवधि में इतना स्नेह और सम्मान मुझे कहीं नहीं मिला, जितना की आज हिन्दी विभाग में मिला है। उन्होंने विभाग के छात्र-छात्राओं को जीवन में सफलता पाने के लिए मूलमंत्र देते हुए कहा कि अपने जीवन में सदैव एक बात का ध्यान रखना कि अपने कार्य के प्रति निष्ठा तथा पूर्ण ईमानदारी का पालन करने वाला व्यक्ति सदैव आगे जाता है। कार्यक्रम का संचालन उत्कृष्ट अध्ययन केन्द्र, हिन्दी विभाग के परियोजना अध्येता ललित कुमार सारस्वत ने किया। 
इस अवसर पर पुनीत कुमार, रामप्रसाद, तपेन्द्र कुमार, अंजू, आरती राणा, अलूपी, आलोक प्रखर, चरण सिंह, राहुल, प्रगति, अनुराधा, प्रियंका, कौशल, मनीषा, कपिल, संध्या, आयुषी, ज्योति, पूजा, विनय, सोनू, ब्रह्म सिंह सागर, लता, दलिप कुमार, पिन्टु, पवन भारती आदि छात्र-छात्राएं उपस्थिति रहे।

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