जरुरी सूचना

आप सभी का मंथन पत्रिका के इन्टरनेट संस्करण पर स्वागत है ।

Free Website Templates

Wednesday, November 9, 2022

प्रो० नवीन चंद्र लोहनी को शिक्षक सम्मान

 

प्रो० नवीन  चंद्र लोहनी को  शिक्षा के क्षेत्र में  महत्वपूर्ण योगदान के लिए उत्तेर प्रदेश शासन द्वारा 2021  के   शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया. 




जे.आर.एफ. नेट उत्तीर्ण होने पर विभाग की ओर से बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं।

 हिंदी विभाग के शोधार्थी पूजा, अरशदा तथा प्री. पीएच.डी. कोर्सवर्क के विद्यार्थी अभिषेक, पिंकू कुमार और उमा का जे.आर.एफ. और पवन कुमार गोस्वामी को नेट उत्तीर्ण होने पर  विभाग की ओर से बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं। अन्य विद्यार्थियों के बारे में कोई सूचना है तो अवगत कराएं। प्री. पीएच.डी  2020-21 कोर्सवर्क शोधार्थी पिंकू कुमार और उमा का भी जेआरएफ में चयन हो गया है।





प्रसिद्ध पर्यावरणविद् डॉ० अनिल जोशी जी की साइकिल द्वारा 'प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा' मुंबई से देहरादून वाया मेरठ के सन्दर्भ में वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन

 आज दिनांक 1 नवंबर 2022 को हिंदी विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा

हैस्को संस्थापक पदम् श्री व पदम् भूषण प्रसिद्ध पर्यावरणविद् डॉ० अनिल जोशी जी की साइकिल द्वारा 'प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा' मुंबई से देहरादून वाया मेरठ के सन्दर्भ में वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें निकुंज कुमार प्रथम, अंजलिपाल द्वितीय और गरिमा सिंह तृतीय स्थान पर रही। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो0 नवीन चंद्र लोहनी संकायाध्यक्ष कला एवं अध्यक्ष हिंदी विभाग रहे। इस अवसर पर डॉ0 विद्यासागर सिंह, डॉ यज्ञेश कुमार और डॉ प्रवीण कटारिया निर्णायक की भूमिका में रहे। कार्यक्रम संचालन डॉ आरती राणा ने किया। इस अवसर पर डॉ  अंजू, मोहनी कुमार, विनय, पूजा यादव शिवम, शिवानी, काजल, प्रियांश, मयंक, अभिनव, नेहा आदि विद्यार्थी उपस्थित रहे।






प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी, उत्तराखण्ड भाषा संस्थान का सदस्य नामित

 हिंदी विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ

दिनांक: 10 अक्टूबर 2022 

उत्तराखण्ड भाषा संस्थान, देहरादून, उत्तराखण्ड के पत्र संख्या 401/ग्ग्ग्प्ग् 2022-07(सा॰)/2018 दिनांक 30 सितम्बर 2022 के द्वारा प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी, संकायाध्यक्ष कला एवं अध्यक्ष हिंदी विभाग को उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा उत्तराखण्ड भाषा संस्थान का सदस्य नामित किया गया है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखण्ड भाषा संस्थान, उत्तराखण्ड राज्य गठन के बाद अस्तित्व में आया है। उत्तराखण्ड भाषा संस्थान द्वारा उत्तराखण्ड की बोलियों और भाषाओं के प्रमुख साहित्यकारों को पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।

प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी को उत्तराखण्ड भाषा संस्थान में सदस्य नामित किए जाने के अवसर पर हिंदी विभाग के शिक्षकों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों ने प्रो॰ लोहनी को शुभकामनाएं दी। 

इस अवसर पर हिंदी विभाग के शिक्षक डॉ॰ अंजू, डॉ॰ आरती राणा, डॉ॰ विद्यासागर सिंह, डॉ॰ प्रवीन कटारिया, डॉ॰ यज्ञेश कुमार एवं विनय कुमार, पूजा यादव सहित विद्यार्थी एवं कर्मचारी  उपस्थित रहे।



‘हिंदी ही भारतीय भाषाओं का नेतृत्व कर सकती है’ विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन

 हिंदी विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ हिंदी दिवस 2022

दिनांक: 27 सितम्बर 2022

हिंदी विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ तथा अमर उजाला, मेरठ के द्वारा हिंदी दिवस 2022 के अवसर पर 27 सितम्बर 2022 को ‘हिंदी ही भारतीय भाषाओं का नेतृत्व कर सकती है’ विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता मा॰ कुलपति प्रो॰ संगीता शुक्ला ने की। मुख्य अतिथि प्रो॰ राजीव कुमार गुप्ता, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, मेरठ रहे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि श्री राजेन्द्र सिंह, संपादक, अमर उजाला, मेरठ रहे। अतिथि श्री राहुल चौहान, अमर उजाला, मेरठ रहे तथा कार्यक्रम संयोजक, विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष कला एवं अध्यक्ष हिंदी विभाग प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी ने अतिथियों का परिचय कराया एवं बुके प्रदान कर स्वागत किया। 

वाद-विवाद प्रतियोगिता में डॉ॰ सुधाकर आशावादी, वरिष्ठ साहित्यकार, श्री किशन स्वरूप, वरिष्ठ साहित्यकार एवं गजलकार तथा डॉ॰ गजेन्द्र सिंह, सेवानिवृत अध्यक्ष हिंदी विभाग, जनता वैदिक कॉलेज, बडौत निर्णायक के रूप मंे शामिल हुए।

वाद-विवाद प्रतियोगिता में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर मेरठ, आई॰आई॰एम॰टी॰ विश्वविद्यालय, मेरठ, सुभारती विश्वविद्यालय, मेरठ, शोभित विश्वविद्यालय, मेरठ, वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय, मेरठ, एन॰ए॰एस॰ कॉलेज, मेरठ, आर॰जी॰ कॉलेज, मेरठ, मेरठ कॉलेज, मेरठ, ईस्माईल गर्ल्स डिग्री कॉलेज, मेरठ, कनोहर लाल गर्ल्स डिग्री कॉलेज, मेरठ एवं शहीद मंगल पांडे राजकीय महाविद्यालय, मेरठ के विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की। सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से एक विद्यार्थी ने पक्ष में तथा एक विद्यार्थी ने विपक्ष में प्रतिभागिता की। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए माननीय कुलपति प्रो॰ संगीता शुक्ला ने कहा कि हिंदी भारत के भाव, कर्म और विकास की भाषा है। भारतीय इतिहास और संस्कृति के प्रवाह को हिंदी में ही गतिमान रखा जा सकता है। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो॰ राजीव कुमार गुप्ता ने कहा कि यह दिन हिंदी उत्सव/महोत्सव का दिन है। हिंदी भाव की भाषा है। हमारी राष्ट्र भाषा है। हिंदी के प्रति हमारी जागरूकता की कमी के कारण ही वह आगे नहीं बढ़ पा रही है। 

अपनी भाषा, अपना वेश, गौरव का देती संदेश।

साथ ही हिंदी भाषा से हमारी पहचान बनती है। हिंदी एक दिन यह सिद्ध करेगी कि वह भारत ही नहीं विश्व की भाषा है। 

डॉ॰ सुधाकर आशावादी ने कहा कि विचारों को व्यक्त करना महत्वपूर्ण है। अपनी बात को सहजता से कहना ही वक्तव्य की विशेषता होती है। व्यक्त्वि बहुत कुछ होता है लेकिन अभिव्यक्ति सब कुछ है। 

श्री किशन स्वरूप ने कहा कि अंग्रेजी उधार की भाषा है। हमें राजकार्याें और व्यवहार में हिंदी को बढ़ावा देना चाहिए। 

डॉ॰ गजेन्द्र सिंह ने कहा कि हिंदी ऐसी मीठी भाषा है जो सारी भाषाओं को एकता के सूत्र में पिरोती है। हिंदी मिट्टी की भीनी सुगन्ध की भाषा है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक हिंदी अपने में सबको समेट कर आगे बढ़ती है। 

श्री राहुल चौहान ने कहा कि मीडिया का केवल खबरों का प्रचार और व्यवसाय नहीं है। बल्कि भाषाई संदर्भों में भाषाई संस्कारों को स्थापित करना भी मीडिया की जिम्मेदारी है। 

श्री राजेन्द्र सिंह ने कहा कि समाज में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है क्योंकि मीडिया आम व्यक्ति को अपने विचारों के माध्यम से दिशा निर्देशित करता है। इसलिए समाज और भाषा दोनों के प्रति मीडिया को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए भाषा संस्कार को संरक्षित करना चाहिए। भारत के लोकतान्त्रिक स्वरूप में यह जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है, जिसमें अमर उजाला भरसक प्रयत्नशील है। 

प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी ने कहा कि भारत की सभी भाषाएं मित्र भाषाएं है। प्रत्येक राष्ट्र में बड़ी भाषाएं होती हैं। विश्व के कई देशों में प्रचलित कई भाषाओं में से एक भाषा को आगे बढ़ाया और उन देशों ने प्रत्येक क्षेत्र में विकास किया। चीन और जापान इसके श्रेष्ठ उदाहरण हैं। हिंदी भारत की बड़ी भाषा है। राष्ट्रीय एकता के लिए एक भाषा की आवश्यकता होती है। भारत में राष्ट्रीय एकता की सूत्रधार हिंदी ही हो सकती है।  

प्रतियोगिता में निम्नानुसार विद्यार्थियों ने स्थान एवं नगद पुरस्कार प्राप्त किया।

पक्ष में

प्रथम खिरत जहाँ जैदी, मेरठ कॉलेज, मेरठ

द्वितीय राखी काम्बोज, आर॰ जी॰ कॉलेज, मेरठ

तृतीय निकुंज कुमार, हिंदी विभाग, चौ॰ चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ

सांत्वना अनुपम भारद्वाज, ईस्माईल गर्ल्स डिग्री कॉलेज, मेरठ

सांत्वना राशि जैन, कनोहर लाल गर्ल्स डिग्री कॉलेज, मेरठ

विपक्ष में

प्रथम               रूकय्या, ईस्माईल गर्ल्स डिग्री कॉलेज, मेरठ

द्वितीय          आरती कसाना, कनोहर लाल गर्ल्स डिग्री कॉलेज, मेरठ

तृतीय             अवंतिका गौतम, इतिहास विभाग, चौ॰ चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ

सांत्वना          मौ॰ हमजा, आई॰आई॰एम॰टी॰ विश्वविद्यालय, मेरठ

सांत्वना          कु॰ सोनी चौहान, शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला महाविद्यालय, मेरठ

कार्यक्रम के प्रारम्भ में  हिंदी विभाग की छात्रा अपूर्वा एवं शिवानी पांचाल ने सरस्वती वंदना की।

कार्यक्रम का संचालन डॉ॰ प्रवीण कटारिया, हिंदी विभाग ने किया। 

आयोजन सचिव डॉ॰ यज्ञेश कुमार ने सभी प्रतिभागियों, निर्णायकों, अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। 

इस अवसर पर डॉ॰ जमाल अहमद सिद्दीकी, डॉ॰ विवेक त्यागी, डॉ॰ अंजू, डॉ॰ आरती राणा, डॉ॰ विद्यासागर सिंह, मोहनी कुमार, विनय कुमार, पूजा यादव, प्रियांश, अंजली पाल शिवानी, राधा, प्रियंका कुशवाह, प्रिंसी, शौर्य, निकुंज कुमार, अजय, आकाश, उपस्थित रहे।





















आप सभी का मंथन विचार पत्रिका के इन्टरनेट संस्करण में स्वागत है..

"कैमरे के फ़ोकस में - मंथन पत्रिका और विभागीय गतिविधियाँ " को ब्लॉग के बायीं ओर लिंक सूची में देखें .......