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Friday, April 14, 2023

दिनांक 24 फरवरी 2023 को अन्तरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 2023 के अवसर पर व्यावसायिक सफलता एवं मातृभाषाएँ’ विषयक व्याख्यान एवं बैंक ऑफ बडौदा, क्षेत्रीय कार्यालय , द्वारा ‘बड़ौदा मेधावी विद्यार्थी सम्मान’ प्रदान किए गए।

 24 फरवरी 2023 को अन्तरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 2023 के अवसर पर 'व्यावसायिक सफलता एवं मातृभाषाएँ’ विषयक व्याख्यान एवं बैंक ऑफ बडौदा, क्षेत्रीय कार्यलय, मेरठ द्वारा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में एम॰ए॰ हिंदी वर्ष 2021-2022 में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों (एक छात्रा एवं एक छात्र) को ‘बड़ौदा मेधावी विद्यार्थी सम्मान’ में नकद पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो॰ जयमाला, संकायाध्यक्ष विज्ञान, आचार्य गणित विभाग ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि श्री हरीश कुमार अरोड़ा, सहायक महाप्रबंधक एवं क्षेत्रीय प्रमुख, बैंक ऑफ बड़ौदा, क्षेत्रीय कार्यालय, मेरठ, डॉ॰ महेश पालीवाल, हिंदी विभाग सेंट जोसफ गर्ल्स डिग्री कॉलेज, सरधना, मेरठ, श्री मंजीत साव, प्रबंधक, राजभाषा विभाग, क्षेत्रीय कार्यालय, बैंक ऑफ बड़ौदा, मेरठ, प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी, संकायाध्यक्ष कला एवं अध्यक्ष हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग रहे। 


पुरस्कार प्राप्त विद्यार्थी:-

प्रथम पुरस्कार - रू॰ 11000/-  सोनिया रानी पुत्री श्री बलराम सैंट जोसफ गर्ल्स डिग्री कॉलेज, सरधना, मेरठ

द्वितीय पुरस्कार - रू 7500/-  अश्वनी कुमार श्री जितेन्द्र, हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विज्ञान, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ 


कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो॰ जयमाला संकायाध्यक्ष विज्ञान एवं आचार्य गणित विभाग ने कहा कि हिंदी के विद्यार्थियों के लिए अवसर के रूप में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के विषय में बताया। अनुवाद की तकनीकी बताई। हिंदी के विद्यार्थी के लिए रोजगार के अवसर बताये। उन्होंने राष्ट्रीयकृत बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा को विश्वसनीय बताया। 

प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी, संकायाध्यक्ष कला एवं अध्यक्ष हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विज्ञान ने कहा कि मातृभाषा से जुड़कर हम अंतिम व्यक्ति तक पहुँच बना पाते हैं। मातृभाषा दिवस मानाने के उद्देश्य के विषय में बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में 58 विश्वविद्यालय और चीन में 17 विश्वविद्यालय हिंदी पढ़ा रहे हैं। कम्प्यूटर आने के बाद, पहले सभी कार्य अंग्रेजी में होता था, आज हिंदी और सभी मातृभाषाओं में हो रहा है। मातृभाषा में प्राप्त किया गया ज्ञान कमजोर ज्ञान नहीं है। नई शिक्षा नीति में स्थानीय भाषाओं को महत्व दिया गया है। स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन के समय भी स्थानीय भाषाओं का बहुत महत्व रहा है। संचार एवं तकनीकी को स्थानीय भाषाओं से जोड़ना चाहिए जिससे आगे बढ सकें। उन्होंने हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग में आगे चलाए जाने वाले कार्यक्रमों की तथा विभागीय पत्रिका मंथन के ऑनलाईन ब्लॉग की जानकारी दी।

उन्होंने बैंक ऑफ बड़ौदा, मेरठ एवं अन्य उपस्थिति अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

श्री हरीश कुमार अरोड़ा, सहायक महाप्रबंधक एवं क्षेत्रीय प्रमुख, बैंक ऑफ बड़ौदा, क्षेत्रीय कार्यालय, मेरठ ने कहा कि बैंक के सौजन्य से हम एक दूसरे से मिलते हैं। यह सौभाग्य की बात है कि डिजिटल युग में नेटवर्किंग सर्वाधिक सस्ता है। बैंक ऑफ बड़ौदा एक राष्ट्रीकृत बैंक है और सात हजार से अधिक शाखाएं हैं। यह तभी संभव हो सका है जब आप जैसे लोगों का सहयोग मिला है। सरकार की जितनी भी योजनाएँ हैं, उसका प्रचार-प्रसार बैंक ऑफ बड़ौदा युद्ध स्तर पर कर रहा है। बहुत सारे देश में हमारे बैंक की शाखाएं हैं। कम से कम 100 शाखाएँ विदेशों में कार्य कर रही हैं। दुबई से लेकर विश्व के अनेक देशों तक बैंक ऑफ बड़ौदा अपनी सेवाएँ दे रहा है। निजी बैंक का लाभ कुछ लोगों तक ही सीमित रहता है जबकि राष्ट्रीय बैंक का लाभ जन-जन तक पहुँचता है। 

श्री मंजीत साव, प्रबंधक, राजभाषा विभाग, क्षेत्रीय कार्यालय, बैंक ऑफ बड़ौदा, मेरठ ने कहा कि बैंक ऑफ बड़ौदा के उद्देश्य एवं पुरस्कार वितरण का उद्देश्य बताया। साथ ही यह भी बताया कि बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से पूरे भारत में 70 विश्वविद्यालयों में यह योजना चल रही है। 

डॉ॰ महेश पालीवाल, हिंदी विभाग सेंट जोजफ गर्ल्स डिग्री कॉलेज, सरधना, मेरठ बैंक के सहयोग से विद्यार्थियों को मिलने वाले लाभ तथा हिंदी विभाग की प्रगति की चर्चा की तथा बैंक व हिंदी विभाग का आभार व्यक्त किया।

डॉ॰ प्रवीन कटारिया, सहायक आचार्य (संविदा), हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग ने सभी का धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ॰ अंजू, सहायक आचार्य (संविदा), हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग ने किया।

कार्यक्रम में  डॉ॰ यज्ञेश कुमार, डॉ॰ विद्यासागर सिंह, विनय कुमार, निकुंज कुमार, शौर्य, बॉबी, प्रिंसी, अपूर्वा, गरिमा, प्रतीक्षा आदि उपस्थित रहे।























NAAC निरीक्षण

 दिनांक २,३ एवं ४ मार्च २०२३ को चौधरी चरण सिंह, विश्वविद्यालय मेरठ में NAAC पियर टीम ने विजिट किया और विश्वविद्यालय के संसाधनों और सुविधाओं का निरीक्षण किया। NAAC निरीक्षण  में विश्वविद्यालय ने A प्लस प्लस रैंक प्राप्त की।

















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