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Tuesday, May 9, 2023

दो महत्वपूर्ण पुस्तकों पर चर्चा- ‘ब्रिटेन की प्रतिनिधि हिंदी कहानियाँ’, ‘प्रवासी हिंदी साहित्य और ब्रिटेन’



 हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग,

दिनांक 18 मार्च 2023 को हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग, चौधरी  चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ ने प्रवासी साहित्य की दो महत्वपूर्ण पुस्तकों पर चर्चा आयोजित की गई।
श्रीमती जय वर्मा द्वारा संपादित - ‘ब्रिटेन की प्रतिनिधि हिंदी कहानियाँ’
डाॅ॰ राकेश बी॰ दुबे लिखित - ‘प्रवासी हिंदी साहित्य और ब्रिटेन’
 
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी, संकायाध्यक्ष कला एवं अध्यक्ष हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती जय वर्मा, अध्यक्ष काव्य रंग, नाॅटिंघम, ब्रिटेन, विशिष्ट अतिथि डाॅ॰ राकेश बी॰ दुबे, निदेशक (सलाह॰) राजभाषा, गृहमंत्रालय, भारत सरकार रहे। पुस्तक चर्चा में डाॅ॰ आरती राणा, सहायक आचार्य, हिंदी विभाग, पूजा यादव, शोधार्थी, हिंदी विभाग, कु॰ शिवानी, कीर्ति मिश्रा रहे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ॰ अंजू सहायक आचार्य, हिंदी विभाग ने किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी, संकायाध्यक्ष कला एवं अध्यक्ष हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग ने कहा कि विद्यार्थी जीवन में अपने विचार और प्रस्तुति कौशल उनकी विशेषताओं को दर्शाता है। अभिव्यक्ति कौशल अनुभव के साथ बढ़ता है। दोनों ही पुस्तकें विद्वत समाज में महत्वपूर्ण प्रस्तुतियाँ है। निश्चित ही पुस्तकों से हिंदी साहित्य समाज समृद्ध होगा। साहित्यिक दृष्टिकोण से हिंदी साहित्य के केन्द्र के रूप में अपनी पहचान बना रहा है।
मुख्य अतिथि श्रीमती जय वर्मा ने कहा कि ‘ब्रिटेन की प्रतिनिधि हिंदी कहानियाँ’ कहानी संग्रह उस परंपरा की एक कड़ी है, जो प्रवासी साहित्य को पाठकों तक पहुंचाती है। इस कहानी संग्रह में स्थापित कहानीकारों के साथ-साथ नए कहानीकारों को भी साहित्य जगत से परिचित कराया गया है। जिससे नवीन पीढ़ी के विचार और भाव भी साहित्य प्रेमियों तक पहुंच सकें। इस संग्रह में शामिल सभी 26 कहानियाँ विभिन्न मनोभूमियांे और संवेदनाओं को प्रस्तुत करने वाली कहानियाँ हैं।
विशिष्ट अतिथि डाॅ॰ राकेश बी॰ दुबे ने कहा कि विद्यार्थी जीवन में अपने विचारों की अभिव्यक्ति करना भी आवश्यक है। ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों के अभिव्यक्ति कौशल को परिपक्व बनाते हैं। पुस्तक लिखने का औचित्य तभी है जब वह पाठकों के लिए उपयोगी हो। इसी में लेखक की सफलता भी निहित है।
डाॅ॰ आरती राणा ने श्रीमती जय वर्मा जी की पुस्तक ‘‘ब्रिटेन की प्रतिनिधि हिंदी कहानियों‘‘ पर चर्चा की। उन्होंने पुस्तक में संकलित 26 कहानियों के विभिन्न पात्रों उनकी मनोदशा, उनके समाज व परिस्थितियों को बताते हुए इन कहानियों के लेखकों की विशिष्टताओं पर भी चर्चा की।
कु॰ पूजा ने दो पाटों के बीच में जया वर्मा की कहानी के विषय में देश विभाजन की चर्चा की। विभाजन का देश, त्रासदी, भयावहता के विषय में बताया।
पूजा यादव ने जया वर्मा की पुस्तक ब्रिटेन की प्रतिनिधि हिंदी कहानियों मे मेहरचन्द की बुआ कहानी की चर्चा करते हुए परिवेश, पात्र, व्यक्ति के स्वभाव पर विश्लेषण किया।
कु॰ शिवानी ने राकेश बी॰ दूबे की पुस्तक प्रवासी हिंदी साहित्य और ब्रिटेन पर चर्चा की उसका विश्लेषण किया।
कीर्ति मिश्रा ने जया वर्मा की पुस्तक समाज संस्कृति एवं विविधताओं का बोध कराती है। इसे शोधर्थियों के लिए उपयोगी पुस्तक बताया। निकुंज कुमार ने राकेश बी॰ दूबे की पुस्तक ब्रिटेन के विषय मेे जानकारी प्राप्त होती है।
कार्यक्रम में  डाॅ॰ अनुज कुमार, पूनम शर्मा, अंशु तोमर, डाॅ॰ यज्ञेश कुमार, डाॅ॰ प्रवीन कटारिया, डाॅ॰ विद्यासागर सिंह, विनय कुमार, शौर्य,  बाॅबी, प्रिंसी, अपूर्वा, गरिमा, प्रतीक्षा, आदि उपस्थित रहे।














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