हिन्दी विभाग, चौधरी चरण सिहं विश्वविद्यालय , मेरठ ऐसा विभाग जिसने अपने विकसित हाने के अल्प समय में शैक्षणिक एवं अकादमिक गतिविधियों से विश्वविद्यालय स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तरपर अपनी पहचान बनायी है और यह पहचान वैश्विक पटल पर नित नेई उपलब्धियों से विषिष्ट होती रही है। हिन्दी विभाग 14 मर्इ 2002 को विश्वविद्यालय में आरम्भ हुआ और दसवे वर्ष में 12 विद्यार्थियों ने जेआरएफ और नेट परीक्षा उत्तीर्ण की है। यह एक बडी़ उपलब्धि है। गौरतलब है कि विभाग के अध्यक्ष प्रो. नवीन चन्द्र लोहानी , स्विटज् रलैंड के लूसान विश्वविद्यालय में स्थापित कवि गुरू रवीन्दनाथ टैगोर चेयर पर प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा का परिणाम 15-06-2012 को घोषित हुआ। परिणाम में हिन्दी विभाग के विद्यार्थियों का शानदार प्रदर्शन रहा। विभाग के ०७ जेआरएफ तथा 05 विद्यार्थिया ने नेट किया। जेआरएफ विद्यार्थियों में मोनू सिहं , प्रगति, पिंटू, कुसुम कुमारी, निवेदिता, कौशल, शिवानी तथा नेट विद्यार्थियों में डाॅ0 विपिन कुमार शर्मा, राहुल, पवन भारती, ज्योति सिहं एव मनीषा हैं ! प्रो. नवीन चन्द्र लोहानी ने उत्तीर्ण विद्यार्थियों को बधाई सन्देश भेजा तथा उनकी उपलब्धि की सराहना की। विभाग के अन्य सभी शिक्षकों ने भी उत्तीर्ण विद्यार्थियों को बधाई दी।
अब तक हिन्दी विभाग से 19 विद्यार्थी नेट तथा 13 विद्यार्थी जेआरएफ परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं ।
अब तक हिन्दी विभाग से 19 विद्यार्थी नेट तथा 13 विद्यार्थी जेआरएफ परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं ।
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ReplyDeleteहिंदी विभाग १० वर्ष में विश्वविद्यालय के उल्लेखनीय विभागों में आया तो उसके पीछे इस विभाग के विद्यार्थियों की मेहनत और लगन तो है ही विभाग के शिक्षक साथियों की निरंतर उद्यमशीलता एवं मार्गदर्शन भी है. इस हेतु मैं विश्वविद्यालय प्रशासन के सहयोग का आभार व्यक्त करता हूं कि विभाग को इस प्रकार की उपलब्धियों का श्रेय उनके समर्थन के बिना संभव नहीं था. हाँ यह जरूर है कि अब हिंदी विभाग के विद्यार्थियों को इस स्तर को ऊँचा बनाए रखने के लिए और भी अधिक मेहनत करनी होगी, मैं सफल छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं उनके परिजनों को इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई देता हूं. विभाग के आगामी कार्यक्रम में अन्य वर्षों की भांति उपलब्धि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा तो इससे हमारे अन्य विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलेगी. मैं विश्वविद्यालय के अन्य विभागों एवं हिंदी में अन्य महाविद्यालयों में नेट/जे.आर.ऍफ़ प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भी बधाई देता हूं. यह विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है.
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